कभी तुम हो बोतल
कभी तुम हो बोतल
कभी तुम नशा हो
कभी तुम मज़ा हो
कभी तुम सजा हो
कभी तुम बनी हो नदिया की धारा
कभी तुम बनी हो साहिल हमारा
कभी तुम हो फूलों की खुशबु सुहानी
कभी तुम हो झरनों से गिरता वो पानी
कभी तुम हो बोतल
कभी तुम नशा हो
कभी तुम मज़ा हो
कभी तुम सजा हो
कभी तुम हो सपनों से नींदें उड़ाती
कभी गाके लौरी हो मुझको सुलाती
कभी तो मुझे हो तुम कितना सताती
कभी पास आके फिर मुझको मनाती
कभी तुम हो बोतल
कभी तुम नशा हो
कभी तुम मज़ा हो
कभी तुम सजा हो
कभी जब भी देखो हो शरमा के मुझको
मेरा दिल करे भर लूँ बाहों में तुझको
कभी तुम मुझे हो मुझी से चुराती
कभी आके दिल अपना मुझको दे जाती
कभी तुम हो बोतल
कभी तुम नशा हो
कभी तुम मज़ा हो
कभी तुम सजा हो
कभी जब न होती हो आँखों के आगे
मेरा दिल न जाने कहाँ कहाँ भागे
कभी जब तुम मुझसे हो जाती हो गुस्सा
मेरा दिल करे खुद को मरुँ इक मुक्का
कभी तुम हो बोतल
कभी तुम नशा हो
कभी तुम मज़ा हो
कभी तुम सजा हो
सताया है तुमको बहुत मैंने फिर भी
कहती हो ये भी तो फितरत है दिल की
कभी तुम हो बोतल
कभी तुम नशा हो
कभी तुम मज़ा हो
कभी तुम सजा हो
-अश्वनी कुमार
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